बागपत। पढ़ने-लिखने का शौक रखने वालों के लिए जिला पुस्तकालय स्थापित करने की कवायद तेज कर दी गई है। शासन ने इसके लिए प्रस्ताव मांगा था, जिसके स्वीकृत होने के बाद पुस्तकालय का निर्माण शुरू किया जाएगा।
ये है स्थिति
बागपत को जिला बने 15 साल हो चुके हैं लेकिन अभी तक यहां जिला पुस्तकालय का निर्माण नहीं हो सका है। इसके चलते पढ़ाई-लिखाई का शौक रखने वालों को असुविधा होती है। ऐसे में बाजार से पुस्तकें खरीदने के सिवाय कोई विकल्प नहीं बचता। स्कूल-कालेज के छात्र-छात्राएं भी धार्मिक, साहित्यिक पुस्तकें पढ़ने के लिये परेशान रहते हैं।
शासन का है आदेश
जनपद मुख्यालय पर पुस्तकालय बनाने का शासन का आदेश है। इसके बावजूद यहां इस दिशा में कोई काम आगे नहीं बढ़ पा रहा है। इस पर माध्यमिक शिक्षा परिषद के निदेशक वासुदेव यादव ने नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने डीआईओएस को भेजे पत्र में कहा है कि बागपत में राजकीय जिला पुस्तकालय की स्थापना कराने का प्रस्ताव आठ माह पहले मांगा था, किंतु अभी तक प्रस्ताव नहीं भेजा गया है।
एक सप्ताह में दें प्रस्ताव
डीआईओएस को भेजे पत्र में निदेशक ने हिदायत दी सप्ताह भर में भूमि का चयन कर प्रस्ताव उपलब्ध कराया जाए। इस कवायद के बाद यहां जल्द ही पुस्तकालय भवन का निर्माण होने की उम्मीद जागने लगी है। विद्यार्थियों व आम आदमी को इसका लाभ होगा, क्योंकि तब महंगी किताब मुफ्त में पढ़ने को मिलने लगेंगी।