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Friday, June 15, 2012

वैधता तिथि के बाद पहुंचा 20 लाख का ड्राफ्ट


वैधता तिथि के बाद पहुंचा 20 लाख का ड्राफ्ट
बिहारशरीफ, निज संवाददाता : बाबुओं का चक्कर ऐसा चला कि पुस्तकालय विकास के लिए सरकार द्वारा आवंटित बीस लाख रुपये का ड्राफ्ट वैधता तिथि समाप्त होने के बाद पहुंचा। हिन्दी पुस्तकालय सोहसराय के सुदृढ़ीकरण के लिए 9 अक्टूबर 2011 को भारतीय स्टेट बैंक का डिमांड ड्राफ्ट जारी किया गया था। यह ड्राफ्ट पुस्तकालय के सचिव को 8 जून को प्राप्त हुआ। जबकि यह 6 महीने के लिए ही वैध था। अब पुस्तकालय के समक्ष नई परेशानी खड़ी हो गयी है। सचिव योगेन्द्र प्रसाद गुप्त ने ड्राफ्ट के नवीकरण के लिए पुस्तकालय अधीक्षक पटना को पत्र लिखा है।
सरकार के एक निर्णय के अनुसार राज्य के सात पुस्तकालयों को विशिष्ट पुस्तकालय का दर्जा दिया गया है जिसमें सोहसराय के श्री हिन्दी पुस्तकालय भी शामिल है। वित्तीय वर्ष 2011-12 में राज्य योजना के तहत इन चिह्नित पुस्तकालयों को सुदृढ़ीकरण के लिए प्रत्येक को बीस लाख रुपये आवंटित किये गये। हिन्दी पुस्तकालय सोहसराय को बैंक ड्राफ्ट संख्या 481951 के माध्यम से बीस लाख रुपये दिये गये। लेकिन ड्राफ्ट 8 महीने बाद पहुंचा जो फिलहाल कागज का एक टुकड़ा मात्र के बराबर है।
कौन-कौन पुस्तकालय विशिष्ट
राज्य पुस्तकालय पूर्णिया, राजकीय उर्दू पुस्तकालय पटना, श्रीमती राधिका सिन्हा इंस्टीच्यूट एवं सच्चिदानंद सिन्हा लाइब्रेरी पटना, जिला केन्द्रीय पुस्तकालय मुंगेर, हिन्दी पुस्तकालय सोहसराय, शारदा सदन पुस्तकालय लालगंज वैशाली है।

Thursday, May 24, 2012

पुस्तकालय के लिए विधान पार्षद देंगे 15 लाख


गोपालगंज, कार्यालय संवाददाता : नगर के उर्दू महाविद्यालय के प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में छात्राओं के बीच पोशाक के लिए एक-एक हजार की राशि का वितरण किया गया। इस दौरान विधान पार्षद सुनील सिंह ने कालेज के पुस्तकालय निर्माण के लिए 15 लाख रुपये देने की घोषणा की।
इसके पूर्व बुधवार को विधान निधि से निर्मित विद्यालय भवन का उद्घाटन करते हुए सुनील सिंह ने कहा कि अच्छे शैक्षणिक माहौल से ही छात्रों का समुचित विकास संभव है। उन्होंने कहा कि विद्यालय व कालेजों के विकास के लिए वे सदैव तत्पर रहेंगे। इस मौके पर विद्यालय के पुस्तकालय निर्माण के लिए भी उन्होंने 15 लाख रुपये देने की घोषणा करते हुए कहा कि पुस्तकालय बनने से छात्र-छात्राओं की कई समस्याओं का स्थायी समाधान होगा। छात्रा रिफत जक्की ने स्वागत गीत 'मेरी उम्मीदों के दामन में, जरा भर धूल भी रख दें तो नियामत होगी', से विधान पार्षद का स्वागत किया। इस मौके पर प्राचार्य जुल्फेकार अली, रजी अहमद फैजी, मोहम्मद मुस्तफा, दीनानाथ प्रसाद तिवारी, अजहर इमाम खां तथा मतीउर रहमान सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।

Wednesday, May 23, 2012

49600 विद्यार्थी पर भी पुस्तकालय नहीं

चकाई, (जमुई) निज प्रतिनिधि : प्रखंड के 640 गांवों में 292 मध्य एवं प्राथमिक विद्यालय, छह उच्च विद्यालय, चार इंटर स्तरीय विद्यालय एवं एक डिग्री कालेज है जिसमें 49600 विद्यार्थी पढ़ रहे हैं। इन संस्थानों के 15000 विद्यार्थी प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। बावूजद इसके प्रखंड में एक भी सरकारी या गैर सरकारी पुस्तकालय नहीं है जहां बच्चों को सभी तरह की पत्रिका या पुस्तकें उपलब्ध हों। ऐसे में गरीब बच्चे उच्च शिक्षा के प्रतियोगी माहौल में पिछड़ रहे हैं। प्रखंड में 80 प्रतिशत लोग गरीबी रेखा से नीचे हैं। इनके बच्चों के पास इतना पैसा नहीं है कि वे पत्रिका एवं विभिन्न अखबार खरीद कर पढ़ सकें। ऐसे में सार्वजनिक पुस्तकालय ही इनके उम्मीद की आखिरी किरण है। जहां एक साथ कई पुस्तकें पत्रिका समाचार उपलब्ध होता है। चकाई में एक भी पुस्तकालय के नहीं होने से गरीब ग्रामीणों के बच्चे प्रतियोगिता परीक्षा में असफल हो रहे हैं। आदिवासी छात्रावास में रह कर पढ़ाई कर रहे एन्पोनी बताते हैं कि पुस्तकालय नहीं रहने से हमलोग पिछड़ रहे हैं। वहीं परांची के परमेश्वर एवं नारायण दास कहते हैं कि पुस्तकालय प्रतियोगिता परीक्षार्थी की रीड़ होती है। हमारे अभिभावक मजदूरी करके पत्रिका के लिए पैसे नहीं दे सकते हैं ऐसे में हम रोजगार के अवसर खो रहे हैं। चकाई में पुस्तकालय की स्थापना को लेकर घोरमो निवासी प्रो. धर्मेन्द्र सिन्हा ने जमुई समाहरणालय के समक्ष आमरण अनशन किया। आमरण अनशन के दौरान तत्कालीन अनुमंडलाधिकारी ने एक माह के अंदर चकाई में पुस्तकालय खोलने का लिखित आश्वासन देकर अनशन तुड़वाया। आश्वासन के एक वर्ष बीत गए परंतु चकाई में पुस्तकालय नहीं खुला। अनुमंडलाधिकारी बदल गए परिणाम वही ढाक के तीन पात साबित हुआ।
http://www.jagran.com/bihar/jamui-9284893.html

Monday, April 9, 2012

मदिरालय नहीं, पुस्तकालय की जरूरत : रघुवंश प्रसाद

महनार : आज बिहार में मदिरालय नहीं, पुस्तकालय की जरूरत है. राज्य में आपराधिक घटनाओं का प्रतिशत बढ़ा है. फर्क सिर्फ इतना है कि आपराधिक घटनाओं की खबर अखबार के तीसरे-चौथे पृष्ठ पर रहती है. वह भी पूरी खबर नहीं.
पहले यह खबर अखबार के प्रथम पृष्ठ पर दिखाई देती थी. अब तो प्रथम पृष्ठ पर सरकार की तारीफ-ही-तारीफ दिखती है. ये बातें पूर्व केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहीं. उन्होंने कहा कि बिहार की असली तसवीर यह है कि जदयू के कोषाध्यक्ष के घर साढ़े 14 करोड़ रुपये मिलते हैं.
श्री सिंह अपने पैतृक गांव शाहपुर में राम जानकी के गृह प्रवेश में शामिल होने के बाद पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा झारखंड में राजद और कांग्रेस की दोस्ती का असर बिहार में भी पड़ेगा.
बिहार में सांप्रदायिक ताकतों को ध्वस्त करने के लिए बिहार में नये सिरे से राजनीतिक समीकरण बनाना होगा. इस अवसर पर श्री सिंह ने पुस्तकालय का भी उद्घाटन किया.
उन्होंने कहा बिहार सरकार ने जगह-जगह शराब की दुकानें खुलवा दी. इस अवसर पर कांग्रेस नेता रघुपति सिंह, खन्ना सिंह, मुखिया संगीता सिंह ,संजय पटेल आदि उपस्थित थे
source: Prabhat Khabar, Vaishali, 03.04.2012